बस इतना ही कहूंगी गर मै पसंद नहीं तो ढूंढ लेना अपनी पसंद हुजूर! बस इतना ही कहूंगी गर मै पसंद नहीं तो ढूंढ लेना अपनी पसंद हुजूर!
फिर लगता है चाँद से ही साझेदारी कर लूँ फिर लगता है चाँद से ही साझेदारी कर लूँ
दिल अपना टूटा हो कितना ही, पर आँखों में आँसू नहीं लाता हूँ। क्योंकि लड़के रोते नहीं, दिल अपना टूटा हो कितना ही, पर आँखों में आँसू नहीं लाता हूँ। क्योंकि लड़...
ये लचक, ये महक और मेरी ये खुमारी। मैं किसी दिन ज़रूर काम में लूंगी। ये लचक, ये महक और मेरी ये खुमारी। मैं किसी दिन ज़रूर काम में लूंगी।
देश कराह रही अंत: कलह से ,वेदना आखिर कहाँ तक सही जाए. देश कराह रही अंत: कलह से ,वेदना आखिर कहाँ तक सही जाए.
कुछ दिल से निकाल लेता हूं कुछ दिल से निकाल लेता हूं